Property Documents : अगर आप जमीन, फ्लैट या मकान खरीदने का मन बना चुके हैं, तो यह खबर आपके लिए बेहद जरूरी है। संपत्ति खरीदना जीवन का सबसे बड़ा निवेश होता है और इस निर्णय में कोई भी चूक आपको भारी नुकसान में डाल सकती है। बाजार में फर्जीवाड़े की घटनाएं तेजी से बढ़ रही हैं – कहीं डुप्लीकेट रजिस्ट्री, तो कहीं अवैध कब्जा। ऐसे में समझदारी इसी में है कि आप कानूनी तौर पर पूरी जांच-पड़ताल कर लें।
यहां हम आपको उन 6 दस्तावेजों के बारे में विस्तार से बता रहे हैं जिन्हें किसी भी संपत्ति की खरीदारी से पहले जरूर चेक करना चाहिए।
1. खसरा/खतौनी
यह दस्तावेज बताता है कि जिस ज़मीन या प्लॉट को आप खरीदने जा रहे हैं, उसका वास्तविक मालिक कौन है। यह रिकॉर्ड तहसील कार्यालय में मौजूद रहता है और इसे देखकर यह भी पता चलता है कि ज़मीन पर किसी प्रकार का विवाद या कर्ज़ तो नहीं है।
- क्या देखें: मालिक का नाम, भूमि का प्रकार, कब्जे की स्थिति।
- कहां से मिलेगा: तहसील कार्यालय या ऑनलाइन राज्य भूमि रिकॉर्ड पोर्टल से।
2. सेल डीड
यह सबसे महत्वपूर्ण दस्तावेज होता है जो संपत्ति के मालिकाना हक को दर्शाता है। संपत्ति की रजिस्ट्री इसी दस्तावेज के आधार पर होती है।
- क्या देखें: विक्रेता का नाम, संपत्ति का विवरण, स्टांप ड्यूटी और रजिस्ट्री की तारीख।
- ध्यान दें: यह दस्तावेज किसी वकील की निगरानी में तैयार करवाएं।
3. एनओसी
अगर आप फ्लैट या प्लॉट खरीद रहे हैं तो बिल्डर या विक्रेता के पास सभी संबंधित विभागों से NOC होनी चाहिए – जैसे नगर निगम, बिजली विभाग, फायर ब्रिगेड, पर्यावरण विभाग आदि से।
- क्या देखें: सभी विभागों की मुहर और वैधता की तारीख।
- याद रखें: बिना NOC के खरीदी गई संपत्ति अवैध मानी जा सकती है।
4. रेरा रजिस्ट्रेशन प्रमाणपत्र
अगर आप किसी नए प्रोजेक्ट में निवेश कर रहे हैं तो यह जानना बहुत जरूरी है कि वह प्रोजेक्ट RERA में पंजीकृत है या नहीं। RERA से पंजीकृत प्रोजेक्ट पारदर्शिता और सुरक्षा की गारंटी देता है।
- क्या देखें: रेरा नंबर, प्रोजेक्ट की स्थिति, और बिल्डर की प्रोफाइल।
- कहां चेक करें: RERA की आधिकारिक वेबसाइट
5. ऑक्यूपेंसी सर्टिफिकेट
यह प्रमाणपत्र यह साबित करता है कि प्रॉपर्टी निर्माण स्थानीय निकाय के नियमों के अनुसार हुआ है और यह रहने के लिए सुरक्षित है। इसके बिना बिजली, पानी, सीवरेज कनेक्शन में परेशानी आ सकती है।
- क्या देखें: सर्टिफिकेट की वैधता और जारी करने वाला प्राधिकरण।
- यह खरीदारी के बाद भी आपके लिए ज़रूरी होता है, खासकर होम लोन क्लेम करने में।
6. एन्कम्ब्रेंस सर्टिफिकेट
यह प्रमाणपत्र यह दर्शाता है कि संपत्ति पर कोई लोन, बकाया, कानूनी केस या गिरवी का बोझ तो नहीं है। यह आपके निवेश को कानूनी रूप से सुरक्षित बनाता है।
- क्या देखें: कम से कम 20 वर्षों का रिकॉर्ड।
- कहां से मिलेगा: उप-रजिस्ट्रार कार्यालय से या ऑनलाइन पोर्टल से।
वकील की सलाह जरूर लें
भले ही आप सभी दस्तावेज खुद से जांच लें, फिर भी एक अनुभवी रियल एस्टेट वकील की सलाह लेना बेहद जरूरी है। वे न सिर्फ दस्तावेजों की गहराई से जांच करते हैं, बल्कि किसी छिपे हुए खतरे को भी पहचान सकते हैं।
निष्कर्ष
संपत्ति खरीदना केवल एक सौदा नहीं, बल्कि आपकी मेहनत की पूंजी का भविष्य है। सही दस्तावेजों की जांच करके आप न सिर्फ कानूनी सुरक्षा सुनिश्चित करते हैं, बल्कि मानसिक शांति भी पाते हैं। तो अगली बार जब आप कोई ज़मीन या मकान खरीदने जाएं, इन दस्तावेजों की चेकलिस्ट साथ जरूर रखें।