Manrega Payment Check Process: अगर आप गांव में रहते हैं और आपने मनरेगा (MGNREGA) में काम किया है, तो यह खबर आपके लिए बेहद जरूरी है। कई बार मजदूरों को यह पता नहीं होता कि उनके काम का पैसा आया है या नहीं। लेकिन अब आप घर बैठे अपने मोबाइल या कंप्यूटर से मनरेगा का पेमेंट स्टेटस चेक कर सकते हैं। जी हां, अब किसी पंचायत कार्यालय के चक्कर नहीं काटने पड़ेंगे।
मनरेगा योजना क्या है?
मनरेगा यानी महात्मा गांधी राष्ट्रीय ग्रामीण रोजगार गारंटी अधिनियम, सरकार की एक प्रमुख योजना है जिसका उद्देश्य गांव के लोगों को 100 दिन का काम देना है। इसके तहत ग्रामीण मजदूरों को साल में 100 दिनों की मजदूरी की गारंटी दी जाती है ताकि वे गांव में ही रहकर अपने परिवार का भरण-पोषण कर सकें।
इस योजना की शुरुआत साल 2005 में हुई थी और धीरे-धीरे इसे पूरे देश के सभी जिलों में लागू कर दिया गया। मनरेगा का मकसद है – बेरोजगारी दूर करना, गरीबी कम करना और गांव के लोगों को उनके ही घर के पास रोजगार देना।
कौन ले सकता है इस योजना का फायदा?
- जो व्यक्ति ग्रामीण क्षेत्र में रहता है।
- जिसके पास जॉब कार्ड बना हुआ है।
- जो परिवार मनरेगा के तहत पंजीकृत है।
अगर आपने या आपके परिवार के किसी सदस्य ने मनरेगा के तहत कोई काम किया है, तो अब यह जानना बहुत जरूरी है कि आपके खाते में पैसा आया है या नहीं।
मनरेगा पेमेंट स्टेटस ऐसे करें चेक
- सबसे पहले nrega.nic.in की आधिकारिक वेबसाइट पर जाएं।
- “Job Card” या “पंचायत रिपोर्ट” वाले सेक्शन में जाएं।
- वहां अपने राज्य का चयन करें।
- अब जिला, ब्लॉक और पंचायत का चुनाव करें।
- “Job Card” सेक्शन में जाकर अपना नाम ढूंढें और क्लिक करें।
- आपके सामने एक पूरी रिपोर्ट खुलेगी जिसमें बताया गया होगा:
- आपने कितने दिन काम किया।
- कितने दिन का पैसा आया।
- किस तारीख को पेमेंट हुआ।
- पैसा किस खाते में भेजा गया।
क्यों जरूरी है पेमेंट स्टेटस चेक करना?
कई बार तकनीकी गड़बड़ियों या पंचायत स्तर की लापरवाही के चलते मजदूरों को उनका मेहनताना समय पर नहीं मिलता। ऐसे में अगर आपको सही जानकारी होगी तो आप समय रहते शिकायत दर्ज कर सकते हैं और अपना पैसा पाने के लिए पंचायत या ब्लॉक कार्यालय में संपर्क कर सकते हैं।
अगर पैसा नहीं आया तो क्या करें?
- अपने पंचायत सचिव या रोजगार सहायक से बात करें।
- ब्लॉक स्तर पर शिकायत दर्ज करवाएं।
- राज्य सरकार की ग्रामीण विकास विभाग की वेबसाइट पर ऑनलाइन शिकायत कर सकते हैं।
- 15 दिन में जवाब नहीं मिलने पर ज़िला कलेक्टर कार्यालय से संपर्क करें।
इस योजना ने लाखों परिवारों को राहत दी है, लेकिन इसका असली लाभ तभी मिलेगा जब मजदूर अपने अधिकारों के बारे में जानें और सतर्क रहें। इसलिए अगर आपने काम किया है, तो अब तुरंत मनरेगा पोर्टल पर जाकर अपना पेमेंट स्टेटस चेक करें।
Disclaimer : यह लेख विभिन्न समाचार स्रोतों और सरकारी घोषणाओं पर आधारित है। संविदा कर्मचारियों की स्थायी नियुक्ति से जुड़ी शर्तें समय-समय पर बदल सकती हैं। किसी भी निर्णय से पहले संबंधित विभाग या आधिकारिक वेबसाइट से पुष्टि अवश्य करें।
Pase chak
aap check karen sir