Post Office PPF Scheme: पोस्ट ऑफिस की पब्लिक प्रोविडेंट फंड (PPF) स्कीम देश के करोड़ों लोगों के लिए एक भरोसेमंद निवेश विकल्प बन गई है। खास बात यह है कि इसमें बहुत ही कम राशि से शुरुआत की जा सकती है, और लंबी अवधि में बड़ा फंड तैयार हो जाता है। सरकार द्वारा समर्थित होने के कारण इसमें पूंजी पूरी तरह सुरक्षित रहती है। गरीब और मध्यमवर्गीय परिवारों के लिए यह स्कीम एक मजबूत फाइनेंशियल सहारा बन चुकी है। ब्याज दर भी अन्य योजनाओं की तुलना में अधिक होती है और टैक्स छूट का लाभ भी मिलता है। यही वजह है कि अब अधिकतर लोग इस स्कीम को लॉन्ग टर्म सेविंग के लिए चुन रहे हैं।
मात्र ₹60 हजार निवेश
अगर आप सालाना केवल ₹60,000 इस स्कीम में निवेश करते हैं, तो 15 साल के अंत में आपको ₹16,27,284 तक का फंड मिल सकता है। यानी हर महीने ₹5000 जमा करने पर यह शानदार रिटर्न प्राप्त किया जा सकता है। यह आंकड़ा मौजूदा ब्याज दर 7.1% सालाना के हिसाब से कैलकुलेट किया गया है, जो तिमाही आधार पर सरकार द्वारा तय की जाती है। इसका मतलब है कि एक मामूली बचत भी भविष्य में बड़ा फंड बना सकती है। यह उन लोगों के लिए एक शानदार ऑप्शन है जो कम आमदनी के बावजूद सुरक्षित और लाभदायक निवेश चाहते हैं।
ब्याज दर का लाभ
PPF स्कीम में मिलने वाला ब्याज पूरी तरह टैक्स फ्री होता है, और इसकी दर हर तिमाही सरकार तय करती है। वर्तमान में यह दर 7.1% है, जो बैंक एफडी या अन्य सेविंग स्कीम्स से ज्यादा है। सबसे अच्छी बात यह है कि इस पर मिलने वाला ब्याज हर साल कंपाउंड होता है, जिससे लॉन्ग टर्म में रिटर्न कई गुना बढ़ जाता है। 15 साल की अवधि में यह ब्याज ही मूलधन को लाखों में बदल देता है। सुरक्षित निवेश के साथ-साथ टैक्स फ्री रिटर्न की चाह रखने वालों के लिए यह स्कीम एकदम बेस्ट है।
टैक्स छूट का फायदा
PPF में किए गए निवेश पर इनकम टैक्स एक्ट की धारा 80C के तहत टैक्स छूट मिलती है। इसका मतलब है कि सालाना ₹1.5 लाख तक के निवेश पर आपको टैक्स से राहत मिलती है। इतना ही नहीं, मैच्योरिटी पर मिलने वाली पूरी राशि और ब्याज भी टैक्स फ्री होता है। इसे EEE (Exempt-Exempt-Exempt) कैटेगरी में रखा गया है, जो बहुत कम स्कीम्स को मिलता है। टैक्स प्लानिंग के लिहाज से यह एक आदर्श विकल्प है, खासकर उन लोगों के लिए जो हर साल टैक्स बचाने की सोचते हैं और साथ ही रिटर्न भी चाहते हैं।
सुरक्षित और गारंटीड
PPF एक सरकारी योजना है, इसलिए इसमें निवेश की सुरक्षा को लेकर किसी भी प्रकार की चिंता नहीं होती। यह स्कीम भारत सरकार की गारंटी के तहत चलती है, जिससे यह निवेश पूरी तरह सुरक्षित रहता है। इसमें बाजार की उठा-पटक का असर नहीं पड़ता और न ही जोखिम होता है। यही वजह है कि बुजुर्ग, गृहणियां और नौकरीपेशा लोग इसे प्राथमिकता देते हैं। लंबे समय तक पैसा सुरक्षित और बढ़ता रहे, इसके लिए यह स्कीम सबसे बेहतर है। आप इसे पोस्ट ऑफिस या किसी अधिकृत बैंक से भी खोल सकते हैं।
मैच्योरिटी और लॉकइन
PPF की कुल अवधि 15 साल होती है, लेकिन इसमें आप 7 साल बाद आंशिक निकासी कर सकते हैं। 15 साल के बाद आप इसे 5-5 साल की अवधि के लिए बढ़ा भी सकते हैं। मैच्योरिटी के समय मिलने वाला पैसा पूरी तरह टैक्स फ्री होता है, जो इसे एक लॉन्ग टर्म गोल – जैसे बच्चों की पढ़ाई, शादी या रिटायरमेंट के लिए आदर्श विकल्प बनाता है। यह लॉक-इन पीरियड यूज़र्स को नियमित सेविंग की आदत भी डालता है, जिससे आर्थिक अनुशासन बना रहता है। जरूरत पड़ने पर लोन सुविधा का भी लाभ लिया जा सकता है।
कैसे खोलें खाता
PPF खाता खोलना बेहद आसान है। आप इसे किसी भी पोस्ट ऑफिस या अधिकृत बैंक शाखा में जाकर खोल सकते हैं। आपको आधार कार्ड, PAN कार्ड, एड्रेस प्रूफ और पासपोर्ट साइज फोटो के साथ फॉर्म भरना होता है। अब यह सुविधा ऑनलाइन भी उपलब्ध है जिससे आप घर बैठे ही खाता खोल सकते हैं। एक व्यक्ति एक ही खाता खोल सकता है और न्यूनतम ₹500 से शुरुआत की जा सकती है। मासिक, त्रैमासिक या वार्षिक – जैसे भी सुविधाजनक हो, उस हिसाब से पैसा जमा किया जा सकता है। खाता खोलने पर एक पासबुक भी मिलती है जिसमें हर ट्रांजैक्शन की जानकारी रहती है।
अस्वीकृति
यह लेख केवल सामान्य जानकारी और एजुकेशनल उद्देश्य से लिखा गया है। इसमें दी गई ब्याज दर, लाभ और आंकड़े समय के अनुसार बदल सकते हैं। किसी भी निवेश से पहले अपने वित्तीय सलाहकार से परामर्श अवश्य लें या ऑफिशियल पोस्ट ऑफिस वेबसाइट से अद्यतन जानकारी प्राप्त करें। लेख में दी गई जानकारी के आधार पर किए गए निवेश या निर्णय की पूरी जिम्मेदारी पाठक की स्वयं की होगी।