LPG Gas Cylinder Price : देशभर के एलपीजी उपभोक्ताओं के लिए जून 2025 की शुरुआत एक राहत भरी खबर के साथ हुई है। तेल कंपनियों ने कमर्शियल एलपीजी सिलेंडर की कीमतों में ₹24 की कटौती की है, जबकि घरेलू रसोई गैस सिलेंडर की कीमतें स्थिर बनी हुई हैं। यह फैसला खासतौर पर मध्यम वर्गीय परिवारों, छोटे व्यापारियों, और फूड सर्विस प्रोफेशनल्स के लिए फायदेमंद है।
घरेलू एलपीजी गैस की कीमतें
देश की राजधानी दिल्ली में 14.2 किलो के घरेलू सिलेंडर की कीमत ₹853 है। मुंबई में यह ₹852.50, कोलकाता में ₹889, और चेन्नई में ₹878.50 में मिल रहा है। लखनऊ, आगरा, जयपुर, गुरुग्राम, पटना, हैदराबाद और बेंगलुरु जैसे शहरों में भी कीमतें लगभग इसी दायरे में हैं। यह अंतर स्थानीय टैक्स और परिवहन लागत के कारण होता है।
कमर्शियल सिलेंडर पर ₹24 की राहत
व्यापारिक प्रतिष्ठानों के लिए राहत की बात यह है कि 19 किलो वाले कमर्शियल सिलेंडर की कीमतों में ₹24 की कटौती की गई है। अब दिल्ली में इसकी कीमत ₹1,723, मुंबई में ₹1,674, कोलकाता में ₹1,826, और चेन्नई में ₹1,906 है। यह कटौती खासतौर पर होटल, ढाबा, और रेस्टोरेंट जैसे संस्थानों के लिए बहुत लाभकारी है, जिससे उनकी ऑपरेटिंग कॉस्ट कम होगी।
सब्सिडी में बढ़ोतरी
सरकार ने प्रधानमंत्री उज्ज्वला योजना के तहत पात्र उपभोक्ताओं को प्रति सिलेंडर ₹300 की सब्सिडी देना जारी रखा है। सब्सिडी की राशि डायरेक्ट बैंक अकाउंट में ट्रांसफर की जाती है। इसके अलावा, सामान्य ग्राहकों को शहर के अनुसार ₹420 से ₹465 तक की सब्सिडी मिल रही है।
ध्यान दें: जिन परिवारों की सालाना आय ₹10 लाख से अधिक है, वे सब्सिडी के लिए पात्र नहीं हैं। सब्सिडी का लाभ पाने के लिए आधार कार्ड का बैंक खाते से लिंक होना जरूरी है।
सब्सिडी कैसे प्राप्त करें?
- अपने वितरक से संपर्क करें या मोबाइल ऐप (Indane, HP, Bharat Gas) का इस्तेमाल करें
- सिलेंडर डिलीवरी के 2-3 दिन बाद सब्सिडी खाते में आ जाती है
- यदि न मिले तो 1800-2333-555 पर कॉल करें
- mylpg.in वेबसाइट से स्टेटस चेक कर सकते हैं
उपभोक्ताओं के लिए जरूरी सुझाव
- सब्सिडी की स्थिति समय-समय पर जांचते रहें
- केवल अधिकृत डीलर से ही गैस सिलेंडर लें
- सिलेंडर को हवादार स्थान पर रखें और लीकेज की जांच करें
- किसी भी समस्या की स्थिति में हेल्पलाइन से तुरंत संपर्क करें
भविष्य की दिशा
सरकार का अगला फोकस बायो-एलपीजी और हरित ऊर्जा की ओर बढ़ रहा है। वर्ष 2030 तक देश की ऊर्जा आवश्यकताओं का एक बड़ा हिस्सा रीन्यूएबल सोर्सेज से पूरा करने का लक्ष्य है। इससे न केवल पर्यावरण को फायदा होगा, बल्कि दीर्घकालिक ऊर्जा सुरक्षा भी सुनिश्चित होगी।
नोट: यह लेख वर्तमान सरकारी डेटा और ऑइल कंपनियों के प्राइस बुलेटिन के आधार पर तैयार किया गया है। किसी भी अंतिम निर्णय से पहले अपने वितरक या आधिकारिक वेबसाइट से जानकारी जरूर प्राप्त करें।